गूगल किसी वेबसाइट के पेज को कितना Crawl कर रहा है यानी वेबसाइट का Crawl रेट कितना है, कम-ज्यादा होने पर इसे व्यवस्थित कैसे करें एवं Crawl रेट कम या ज्यादा होने से क्या फायदा एवं नुकसान है इन सभी बातों की जानकारी इस पोस्ट में बताया जा रहा है, इसे समझ कर आप अपने वेबसाइट को अच्छा रैंकिंग प्रदान कर सकते हैं इसके लिए इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें और समझे।
Steps to Check Crawl Rate in Google Search Console:
वेबसाइट के crawl rate (यानी गूगल आपकी वेबसाइट को कितनी बार और कितनी तेजी से crawl कर रहा है) की जानकारी प्राप्त करने के लिए आप Google Search Console का उपयोग कर सकते हैं।
- Search Console में लॉग इन करें
Google Search Console पर जाएं और अपनी वेबसाइट को चुनें। - ‘Settings’ पर जाएं
Search Console के बाईं ओर दिए गए नेविगेशन पैनल में ‘Settings’ विकल्प पर क्लिक करें। - Crawl Stats Report देखें
- Settings में नीचे स्क्रॉल करें और ‘Crawl Stats’ पर क्लिक करें।
- यहाँ से आपको जानकारी मिलेगी कि:
- आपकी वेबसाइट को गूगल कितनी बार crawl कर रहा है।
- कितने डेटा (KB/MB) को डाउनलोड किया गया है।
- कौन-कौन से पेज सबसे ज्यादा crawl किए गए हैं।
- Graph और Details Analyze करें
यहाँ आपको crawl activity का graph मिलेगा, जिससे आप यह देख सकते हैं:- कुल Crawl Requests।
- Response Time।
- Crawl Status Codes (जैसे 200, 404 आदि)।
Additional Tips:
- Crawl Rate को Adjust करना:
यदि आपकी साइट को जरूरत से ज्यादा या कम crawl किया जा रहा है, तो आप Settings > Crawl Rate Settings में जाकर इसे मैन्युअली adjust कर सकते हैं। नोट: यह ऑप्शन सभी वेबसाइट्स के लिए उपलब्ध नहीं होता। - Server Log Files Analyze करें:
यदि आप अपनी साइट के server logs को analyze कर सकते हैं, तो आप गूगल बॉट की गतिविधियों को और डिटेल में समझ सकते हैं।
Crawl Rate कम या ज्यादा होने पर क्या करें?
- Crawl Rate कम है:
- साइटमैप अपडेट करें और Search Console में सबमिट करें।
- High-quality content और internal linking बढ़ाएं।
- Page Speed और मोबाइल फ्रेंडली डिज़ाइन पर ध्यान दें।
- Crawl Rate ज्यादा है:
- Robots.txt का उपयोग करें और उन पेजों को ब्लॉक करें जिन्हें crawl करने की जरूरत नहीं है।
- Unnecessary URL Parameters को ब्लॉक करें।
यह जानकारी आपको गूगल की ओर से दी गई crawl activity को समझने और बेहतर करने में मदद करेगी।
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Crawl Rate कम होने के नुकसान क्या है?
Crawl Rate कम होने पर आपकी वेबसाइट के लिए निम्नलिखित नुकसान हो सकते हैं:
- नई सामग्री की इंडेक्सिंग में देरी:
यदि गूगल आपकी वेबसाइट को कम बार क्रॉल करता है, तो आपकी नई सामग्री को गूगल द्वारा इंडेक्स करने में अधिक समय लग सकता है। इससे आपकी पोस्ट सर्च इंजन में जल्दी नहीं दिखाई देगी। - कम सर्च इंजन ट्रैफिक:
जब नई पोस्ट या अपडेटेड कंटेंट इंडेक्स नहीं होगी, तो ऑर्गेनिक ट्रैफिक कम हो सकता है क्योंकि आपकी वेबसाइट सर्च इंजन के परिणामों में कम दिखाई देगी। - पुराने पेजों का अपडेटेड डेटा न दिखना:
यदि आपने अपने पेज को अपडेट किया है और गूगल इसे क्रॉल नहीं कर रहा है, तो सर्च रिजल्ट में पुराना डेटा दिख सकता है, जिससे यूजर्स का भरोसा कम हो सकता है। - कम विज़िबिलिटी:
गूगल आपकी साइट को महत्वपूर्ण नहीं समझेगा और अन्य प्रतिस्पर्धी साइट्स को प्राथमिकता देगा, जिससे आपकी रैंकिंग प्रभावित हो सकती है। - तकनीकी समस्याओं का अनदेखा होना:
यदि गूगल आपकी साइट को कम क्रॉल कर रहा है, तो वेबसाइट पर मौजूद तकनीकी समस्याओं (जैसे 404 एरर या डुप्लिकेट कंटेंट) को वह पहचान नहीं पाएगा, जिससे आपके SEO पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
Crawl Rate ज्यादा होने का नुकसान क्या है?
Crawl Rate ज्यादा होने पर भी कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं:
- सर्वर पर लोड बढ़ना:
गूगल द्वारा बार-बार क्रॉल करने से सर्वर पर अधिक लोड आ सकता है, जिससे आपकी वेबसाइट की स्पीड कम हो सकती है। खासकर यदि आपकी वेबसाइट का होस्टिंग प्लान सीमित रिसोर्सेस प्रदान करता है। - अप्रासंगिक पेजों का क्रॉल होना:
जब गूगल बार-बार क्रॉल करता है, तो वह कई बार उन पेजों को भी क्रॉल कर सकता है जो सर्च इंजन में दिखने के लिए प्रासंगिक नहीं हैं, जैसे फिल्टर URL या डुप्लिकेट पेज। इससे गूगल की क्रॉलिंग बजट बर्बाद हो सकता है। - स्पैम पेजों की इंडेक्सिंग:
यदि गूगल क्रॉलिंग में गैर-जरूरी पेज (जैसे ड्राफ्ट पेज या कम गुणवत्ता वाले पेज) को इंडेक्स करता है, तो यह आपकी वेबसाइट की ओवरऑल गुणवत्ता को कम कर सकता है। - वेबसाइट की डाउनटाइम बढ़ सकती है:
लगातार क्रॉलिंग के कारण सर्वर क्रैश होने का खतरा बढ़ सकता है, जिससे वेबसाइट अस्थायी रूप से डाउन हो सकती है। - SEO पर नकारात्मक प्रभाव:
गूगल का बार-बार एक ही पेज क्रॉल करना SEO के लिए अच्छा संकेत नहीं है। यह गूगल को यह संकेत दे सकता है कि आपकी साइट पर नई सामग्री की कमी है।
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Crawl Rate कम क्यों हो जाता है या ज्यादा क्यों होता है?
Crawl Rate कम होने के कारण:
- लो-क्वालिटी कंटेंट:
यदि आपकी साइट पर कंटेंट उपयोगी और गुणवत्तापूर्ण नहीं है, तो गूगल उसे बार-बार क्रॉल करने की प्राथमिकता नहीं देगा। - साइटमैप या इंटरनल लिंक की कमी:
यदि आपकी साइट का साइटमैप गूगल को नहीं मिला है या इंटरनल लिंकिंग सही तरीके से नहीं की गई है, तो गूगल आपकी साइट को ढंग से क्रॉल नहीं कर पाएगा। - सर्वर स्लो होना:
यदि आपकी साइट का सर्वर धीमा है, तो गूगल क्रॉलिंग स्पीड कम कर देता है ताकि सर्वर पर अधिक दबाव न पड़े। - Robots.txt या Noindex टैग:
यदि आपने गूगल बॉट को अपनी साइट के कुछ हिस्सों को क्रॉल करने से ब्लॉक किया है, तो क्रॉलिंग कम हो सकती है। - डुप्लिकेट या Thin Content:
यदि आपकी साइट पर डुप्लिकेट पेज या कम सामग्री वाले पेज अधिक हैं, तो गूगल क्रॉलिंग में रुचि कम कर सकता है।
Crawl Rate ज्यादा होने के कारण:
- नई सामग्री का तेजी से अपलोड:
यदि आप नियमित रूप से नई सामग्री पब्लिश करते हैं, तो गूगल आपकी साइट को अधिक बार क्रॉल कर सकता है। - हाई अथॉरिटी वेबसाइट:
यदि आपकी साइट की डोमेन अथॉरिटी अधिक है, तो गूगल आपकी साइट को बार-बार क्रॉल करेगा। - फ्लूडलिंकिंग या यूआरएल जनरेशन:
यदि आपकी साइट पर URL Parameters (जैसे फिल्टर और सॉर्टिंग लिंक) अधिक हैं, तो गूगल उन सभी को बार-बार क्रॉल कर सकता है। - गलत Robots.txt या Canonical टैग:
यदि आपने Robots.txt या Canonical टैग सही तरीके से सेट नहीं किया है, तो गूगल अनावश्यक पेजों को भी बार-बार क्रॉल कर सकता है। - स्पैम बॉट्स का प्रभाव:
कभी-कभी गूगल का बॉट गलत तरीके से सेट की गई वेबसाइट्स को अत्यधिक क्रॉल कर सकता है, जिसे स्पैम समझा जा सकता है।
Crawl Rate को संतुलित रखना अत्यधिक महत्वपूर्ण है। सही सेटिंग्स और गुणवत्ता वाली सामग्री के साथ, आप गूगल की क्रॉलिंग को अपनी वेबसाइट के फायदे के लिए नियंत्रित कर सकते हैं।
Google Search Console में Failed Crawl Requests का प्रतिशत
Google Search Console में “Failed Crawl Requests” का प्रतिशत यह बताता है कि गूगल बॉट ने आपकी वेबसाइट को क्रॉल करने की कोशिश की, लेकिन कुछ पेज या रिक्वेस्ट्स को सफलतापूर्वक एक्सेस नहीं कर पाया।
30 नवंबर को Failed Crawl Requests 50% का मतलब है कि गूगल ने उस दिन जितनी क्रॉल रिक्वेस्ट भेजी थीं, उनमें से 50% रिक्वेस्ट्स असफल रहीं। इसका कारण हो सकता है:
- सर्वर की कनेक्टिविटी में समस्या।
- वेबसाइट के कुछ पेज ब्लॉक होना।
- Robots.txt या फायरवॉल सेटिंग्स।
- सर्वर डाउनटाइम या सीमित बैंडविड्थ।
इसका प्रभाव:
- गूगल की क्रॉलिंग कम हो सकती है:
यदि गूगल बार-बार आपकी वेबसाइट को क्रॉल करने में असफल होता है, तो वह आपकी साइट को कम प्राथमिकता देगा। - नई सामग्री की इंडेक्सिंग में देरी:
गूगल आपकी नई पोस्ट या अपडेट्स को सही समय पर इंडेक्स नहीं कर पाएगा। - SEO रैंकिंग पर असर:
गूगल बॉट द्वारा क्रॉलिंग फेल होने से सर्च इंजन रिजल्ट में आपकी रैंकिंग प्रभावित हो सकती है।
समस्या के संभावित कारण और समाधान:
1. सर्वर की समस्या:
- यदि सर्वर पर अधिक लोड है या वह डाउन है, तो गूगल बॉट रिक्वेस्ट को पूरा नहीं कर पाता।
- समाधान:
- अपनी होस्टिंग सर्विस की स्पीड और अपटाइम जांचें।
- CDN (Content Delivery Network) का उपयोग करें।
2. Robots.txt या फायरवॉल का ब्लॉकेज:
- यदि आपने गूगल बॉट को कुछ हिस्सों को एक्सेस करने से रोका है, तो यह असफल क्रॉलिंग का कारण बन सकता है।
- समाधान:
- Search Console में Robots.txt Tester का उपयोग करें और जांचें कि गूगल बॉट को सही तरीके से अनुमति है।
- फायरवॉल और सुरक्षा सेटिंग्स को जांचें।
3. URL Errors या Redirect Issues:
- यदि वेबसाइट पर Broken Links, 404 Errors, या गलत रीडायरेक्ट्स हैं, तो क्रॉल फेल हो सकता है।
- समाधान:
- Search Console के Coverage Report में Errors की जांच करें।
- Broken Links को ठीक करें।
4. सर्वर रेट लिमिट:
- यदि आपका सर्वर गूगल बॉट के अधिक रिक्वेस्ट को संभाल नहीं पाता, तो कुछ रिक्वेस्ट फेल हो सकती हैं।
- समाधान:
- Hosting Plan Upgrade करें।
- गूगल से क्रॉल रेट को कम करने के लिए अनुरोध करें।